पासवान ने नीतीश सरकार और भाजपा को जमकर आड़े हाथों लिया (लीड-1)
इन दौरान पासवान ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद), लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) तथा समाजवादी पार्टी में हुए गठबंधन के कारण उनके विरोधियों में हलचल मची हुई है। उन्होंने माना कि राजद और लोजपा के अलगाव के कारण ही नीतीश को राज्य की सत्ता हाथ लगी। उन्होंने इसे बड़ी गलती बताते हुए कहा कि अगर हम दोनों दल एक होते तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बिहार में कभी नहीं बनती।
पासवान ने कहा कि हमारी पार्टी लोजपा गरीबों की पार्टी है। उन्होंने बिहार सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा कि बिहार में जो जूता बनाता है उसके पास जूते नहीं हैं, जो मकान बनाता है उसके पास मकान नहीं है। उन्होंने नीतीश सरकार के सुशासन को कुशासन की संज्ञा देते हुए कहा कि विकास के नाम पर यहां केवल छलावा हो रहा है।
उन्होंने कहा कि राजग केवल कमल के फूल (भाजपा का चुनाव चिन्ह)से बगीचा बनाना चाहता है, जबकि हम सभी रंगों के फूलों का बगीचा बनाना चाहते हैं।
नवादा संसदीय क्षेत्र के रजौली में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पासवान ने कहा कि हिन्दुस्तान धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है जहां सभी बिरादरी, जाति और मजहब के लोग साथ में रहते हैं, परंतु भाजपा के लोगों को सौहार्द पसंद नहीं।
उन्होंने कहा कि राजग शासनकाल में भाजपा राम मंदिर नहीं बनवा सकी। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल देश की जनता को ठगने के लिए राममंदिर का राग अलापती है।
पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दोमुंहे सांप की संज्ञा देते हुए कहा कि एक तरफ वे मुसलमानों को माला पहनाते हैं और दूसरी तरफ भाजपा के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी को भी साथ लेकर चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार हर मोर्चे पर विफल हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार में जाली प्रमाणपत्रों के आधार पर शिक्षकों की नियुक्तियां हो रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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