तालिबान ने दी प्रेमी जोड़े को सजा-ए-मौत (लीड-1)
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक निमरोज प्रांत के गवर्नर गुलाम दास्तगीर आजाद ने बताया, "यह दुखद घटना सोमवार को खोसरुद जिले में घटी। घरवालों ने प्रेमी जोड़े को एक घर में छुपे हुए ं पाया था।"
उसके बाद परिजनों ने जोड़े को लोखी इलाके में तालिबान आतंकियों को सौंप दिया।
आजाद ने कहा, "आतंकियों ने ग्रामीणों की भीड़ के सामने खुले मैदान में निर्दयता के साथ प्रेमी युगल की गोली मार कर हत्या कर दी।"
उन्होंने बताया कि लड़का और लड़की एक दूसरे से प्रेम करते थे लेकिन उनके माता-पिता उनकी शादी के खिलाफ थे। उन दोनों ने शादी करने के लिए घर छोड़ दिया था।
इस्लामिक कानून के मुताबिक विवाहेतर संबंध के लिए कोड़े की सजा का प्रावधान है और अविवाहित लोगों को 80 कोड़े लगाए जाने का प्रावधान है।
वर्ष 1996 से 2001 के बीच तालिबानी शासन के दौरान से ही आतंकियों ने अफगानिस्तान में महिलाओं के घर से बाहर काम पर जाने और स्कूल जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। महिलाओं को अपने परिजनों के बगैर किसी सार्वजनिक स्थल पर उपस्थित होने की इजाजत नहीं है।
आजाद ने कहा कि खोसरुद जिले में सरकार का नियंत्रण बहुत ढीला है। उन्होंने प्रांत के सुरक्षा बलों को आदेश दिया है कि हत्यारों और हत्या के लिए जिम्मेदार परिजनों को गिरफ्तार किया जाए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।