माफी मांगें सोनिया गांधी: आडवाणी
सोनिया गांधी ने झारखण्ड में एक चुनावी जनसभा के दौरान कहा था कि भारत को विदेशी आतंकवादियों से ज्यादा देश के अंदर रह रहे लोगों से है। अब आडवाणी का कहना है कि सोनिया गांधी ने भले ही भाजपा का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा सीधे भाजपा और संघ परिवार की ओर था। उन्होंने कहा, 'सोनिया गांधी ने हमारी पार्टी का नाम नहीं लिया लेकिन इशारा हमारी तरफ ही था। '
नेहरू, शास्त्री भी थे संघ के प्रशंसक
आडवाणी ने कहा कि इतिहास गवाह है कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और लाल बहादुर शास्त्री तक ने 1962 और 1965 के युद्ध के दौरान जनसंघ और आरएसएस की भूमिका की प्रशंसा की थी। 1963 में जवाहर लाल नेहरू ने आरएसएस से अपनी टुकड़ी गणतंत्र दिवस परेड में भेजने को कहा था।
इतिहास पर प्रकाश डालते हुए आडवाणी ने कहा कि सोनिया गांधी को अपनी खुद की पार्टी का इतिहास नहीं पता है। इसीलिये वो इस प्रकार के बयान दे रही हैं। इसके लिए सोनिया गांधी को इसके लिए सोनिया गांधी या तो माफी मांगें या फिर अल-कायदा जैसे गंभीर मुद्दों पर हमारे साथ डिबेट करें।