प्रदर्शन के आधार पर करें मूल्यांकन : प्रधानमंत्री (राउंडअप)
देश की आर्थिक राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन में मनमोहन सिंह ने कहा कि उनके मुताबिक ऊंची आवाज में बोलना मजबूती का प्रतीक नहीं है। उन्होंने कहा, "ऊंची आवाज में बोलने से यह साबित नहीं होता है कि कौन कमजोर है और कौन मजबूत। उचित समय पर सटीक जवाब देने से यह साबित होती है।"
अपने सीधे और सरल व्यवहार के लिए जाने जाने वाले मनमोहन सिंह ने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिदृश्य काफी बदल गया है और देश के सामने उपस्थित चुनौतियों में भी काफी बदलाव आ गया है। भारत को एक 'बुद्धिमान और अनुभवी' नेतृत्व की जरूरत है जो मौजूदा चुनौतियों को समझ सके और धर्म, जाति तथा क्षेत्र के नाम पर देश में विभाजन न फैलाए।
उन्होंने कहा, "हमें ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो इन चुनौतियों को समझ सके और युवा पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए उनका दोहन कर सके। हमें उनकी आवश्यकता नहीं है जो भारतीय को भारतीय के खिलाफ खड़ा करते हैं और पुरानी विचारधाराओं को ढोते हुए अतीत में जीते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस जब भी सत्ता में रही विकास उसकी पहचान रही है। उन्होंने सवाल किया कि जब भाजपा सत्ता में थी तो देश की विकास दर क्या थी? उन्होंने कहा कि अब यह नौ प्रतिशत के करीब है।
आडवाणी की उनसे टेलीविजन पर बहस की इच्छा के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मनमोहन सिंह ने कहा, "आपके पास मेरा पांच वर्ष का प्रदर्शन मूल्याकंन करने के लिए है। आपको मेरा मूल्यांकन मेरे प्रदर्शन के आधार पर करना चाहिए।"ं
तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा दिसम्बर 1999 में अफगानिस्तान के कंधार में तीन आतंकवादियों को रिहा करने का हवाला देते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि उनमें से एक (मौलाना मसूद अजहर) ने जैश-ए-मुहम्मद की स्थापना की जो आज देश में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे रहा है।
उन्होंने कहा, "इसके विपरीत मुंबई हमले के बाद हमने आतंकवादियों से सौदेबाजी नहीं की। भाजपा और हमारे बीच यही अंतर है।" प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हमारे कमांडो व जवानों ने हमें गौरवान्वित किया।
प्रधानमंत्री ने आतंकवादियों की कंधार में रिहाई से पहले उनसे परामर्श करने के भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के दावे को भी असत्य करार दिया।
उन्होंने कहा, "राजनाथ ने कहा कि राज्यसभा के नेता विपक्ष रहते हुए आतंकवादियों की रिहाई के पहले मुझसे परामर्श किया गया। यह असत्य है।"
खुद के स्वास्थ्य को लेकर पूछे गए एक सवाल पर सिंह ने कहा, "मुझे अच्छे स्वास्थ्य का बिल मिल गया है। मेरे स्वास्थ्य को कोई खतरा नहीं है।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें सत्यम कंप्यूटर सर्विसिज की सफलतापूर्वक नीलामी हो जाने की खुशी है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि ऐसा घोटाला दोबारा नहीं होगा।
टेक महिंद्रा द्वारा सत्यम की बोली जीतने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि धोखाधड़ी की बात सामने आने के बाद सरकार और नियामक संस्थाओं ने प्रतिक्रिया दिखाने में देर नहीं की।
प्रधानमंत्री ने कहा, "मुझे यकीन है कि हमारा नियामक तंत्र इतना मजबूत है कि सत्यम जैसा कोई घोटाला दोबारा घटित नहीं होगा।"
प्रधानमंत्री ने घोटाले को भारतीय कारपोरेट गवर्नेस के चेहरे पर धब्बा करार दिया था और कहा था कि इसके जिम्मेदार लोगों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा।
प्रियंका गांधी द्वारा कांग्रेस महासचिव राहुल में प्रधानमंत्री बनने के सभी गुण मौजूद हैं संबंधी बयान दिए जाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि वे प्रियंका की बातों से सहमत हैं। राहुल गांधी में एक अच्छे प्रधानमंत्री बनने के सभी गुण मौजूद हैं। उन्होंने कहा, "एक दिन सत्ता जरूर युवाओं को देनी होगी..।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।