पुनरोत्थान की राह पर है सत्यम : बोर्ड
टेक महिंद्रा द्वारा 1,756 करोड़ रुपये में वित्तीय घोटाले की शिकार सॉफ्टवेयर कंपनी सत्यम के 31 फीसदी शेयर खरीदने संबंधी बोली हासिल करने के बाद आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बोर्ड के सदस्य खासे संतुष्ट नजर आए।
'नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसिज कंपनीज' (नास्कॉम) के पूर्व प्रमुख और सत्यम के बोर्ड अध्यक्ष किरण कार्णिक ने कहा, "कुछ मायनों में सत्यम का पुनर्जन्म हुआ। कंपनी राह भटक गई थी और हमने इसे वापस रास्ते पर लाने की कोशिश की है।"
कंपनी की मुसीबतों की शुरुआत उस समय हुई थी जब गत जनवरी में सत्यम के संस्थापक अध्यक्ष बी. रामालिंगा राजू ने 78 अरब रुपये के घोटाले की बात स्वीकार की थी। इस स्वीकारोक्ति के बाद कंपनी के कर्मचारी और भारतीय उद्योग जगत स्तब्ध रह गया था।
सत्यम के शेयर खरीदने की होड़ में इंजीनियरिंग कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (एल एंड टी) व विलबर रॉस कॉग्निजैंट भी शामिल थी। एल एंड टी ने जहां सत्यम के प्रत्येक शेयर के लिए 45 रुपये की पेशकश की वहीं विलबर रॉस ने महज 20 रुपये प्रति शेयर की पेशकश की। टेक महिंद्रा ने 58 रुपये प्रति शेयर की पेशकश की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।