केरल के दो संसदीय क्षेत्रों में एटमी समझौता और फिलीस्तीन हैं प्रमुख मसले
सुन्नी मुस्लिम बहुल मलप्पुरम और पोन्नानी की जनता विभिन्न पार्टियों से उपरोक्त दोनों मसलों पर रुख स्पष्ट करने को कह रही है। यही नहीं, यहां के मतदाता अमेरिका के खिलाफ विष उगलने करने वाले दो अंतर्राष्ट्रीय नेताओं वेनेजुएला के राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज और ईरान के राष्ट्रपति अहमदीनेजाद के बारे में भी रुख स्पष्ट करने को कह रहे हैं।
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में डाक्टरेट की पढ़ाई कर रहे मलप्पुरम निवासी फैजल मरियाद कहते हैं, "अमेरिका के खिलाफ आवाज उठाने वाले नेता इस क्षेत्र की जनता के लिए हीरो हैं।" सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के नेता इन मसलों पर अपनी राय से जनता को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।
खाड़ी क्षेत्र में केरलाइयों की भारी तादाद है, ऐसे में लोग अंतर्राष्ट्रीय मसलों को भी तवज्जो देते हैं। मलप्पुरम में 'मुस्लिम उम्मा' नामक संगठन का प्रभाव है। यह संगठन दुनिया भर में मुस्लिम समुदाय की ज्वलंत समस्याओं पर जनता को गोलबंद करता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।