झारखंड: प्रत्याशियों की पत्नियां भी असरदार
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और मधु कोडा को चुनाव प्रचार में अपनी पत्नी का भरपूर साथ मिल रहा है। ऐसे में जब पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो नेता शिबू सोरेन दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती हैं, उनकी पत्नी रूपी सोरेन पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान में बड़ी भूमिका अदा करने की तैयारी में हैं।
मुंडा की पत्नी मीरा चुनावी रैलियों की शोभा बढ़ाती रही हैं। खासकर वह महिलाओं से संपर्क साधने पर ज्यादा जोर लगा रही हैं। मुंडा जमशेदपुर से किस्मत आजमा रहे हैं। मीरा अभी तक 15 से ज्यादा रैलियों को संबोधित कर चुकी हैं। मीरा कहती हैं, "पत्नी पति की ताकत होती है। मेरा यह कर्तव्य है कि इस जंग में पति का साथ दूं। मुझे गर्व है कि मैं अर्जुन की पत्नी हूं।"
जनता को बता रहीं हैं पति का एजेंडा
कोडा की पत्नी गीता कोडा कहती हैं, "मेरे पति जमीन से जुड़े व्यक्ति हैं। मैं उनके एजेंडे से जनता को अवगत करा रही हूं।" केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्री सुबोध कांत सहाय की पत्नी रेखा सहाय भी पति की ताकत बनी हुई हैं। वह भी प्रचार की दिशा तय करने में रोल अदा कर रही हैं।
बिहार के पूर्व मंत्री नागमणि की पत्नी सुचित्रा सिन्हा चतरा संसदीय क्षेत्र में पति के चुनाव प्रचार को गति प्रदान करने में लगी हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा की पत्नी नीलिमा सिन्हा भी इस होड़ में पीछे नहीं हैं। इसी तरह धनबाद से बसपा उम्मीदवार समरेश सिंह की पत्नी भारती सिंह भी इस दिशा में सक्रिय हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।