पश्चिमी देश की मदद से बच निकलने पर प्रभाकरण सहमत
पुथुकुदियरुप्पु की लड़ाई में अपने एक दर्जन शीर्ष कमांडरों की मौत के बाद लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) प्रमुख ने इस प्रस्ताव पर स्वीकृति दी है।
रिपोर्ट के अनुसार इसके लिए कूटनीतिक प्रयासों के बाद लिट्टे ने नागरिकों को गैर गोलाबारी क्षेत्र से बाहर जाने की अनुमति दे दी है। इस स्थिति में सरकार ने लिट्टे से किसी संघर्ष विराम पर इंकार कर दिया है क्योंकि सेना को भय है कि इसका उपयोग कर लिट्टे प्रमुख खुद को फिर मजबूत करने या बाहरी ताकतों की मदद से देश से भागने का प्रयास कर सकता है।
सरकारी अखबार संडे ऑब्जर्वर के अनुसार लिट्टे नेता वेलुपिल्लई प्रभाकरण एक पश्चिमी देश के बचाव अभियान पर राजी हो गया है।
श्रीलंका में अमेरिका के राजदूत राबर्ट ओ ब्लैक ने सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सरथ फोंसेका से भेंट करके सात दिन के युद्ध विराम का आग्रह किया। सेना प्रमुख ने युद्ध विराम का निर्णय सरकार द्वारा लेने की बात कहते हुए दो दिन तक गोलीबारी बंद करने पर सहमति प्रकट की।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।