गुलामअली आजाद के भाई ने बाबरी विध्वंस को जायज ठहराया (लीड-1)
सन 1992 में हुई बाबरी मस्जिद विध्वंस की घटना के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को जिम्मेदार ठहराने के लिए कांग्रेस की कड़ी आलोचना करते हुए गुलामअली आजाद ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "वहां न तो पहले कभी मस्जिद थी न आज है और न ही भविष्य में रहेगी।"
उन्होंने कहा, "बाबर एक आक्रमणकारी था। उसे हम किसी भी प्रकार से मुसलमानों का आदर्श नहीं मान सकते।"
उल्लेखनीय है कि पहले मुगल सम्राट बाबर ने 16वीं शताब्दी में अयोध्या में मस्जिद का निर्माण कराया था। छह दिसम्बर 1992 को हिन्दू कट्टरपंथियों ने उस मस्जिद को तोड़ दिया। हिन्दू कट्टरपंथियों का मानना है कि बाबर ने राम मंदिर तोड़कर वहां पर मस्जिद का निर्माण करवाया था।
इस बारे में गुलामनबी आजाद से जब प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने एक स्थानीय टेलीविजन से बातचीत में कहा, "गुलामअली आजाद ने जो कहा है, मुझे उससे कुछ लेना देना नहीं है। "
बहरहाल, छोटे आजाद का कहना है कि वे इसलिए भाजपा में शामिल हुए क्योंकि वह देश को एकजुट रखने के सिद्धांतों में विश्वास करती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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