लोकसभा चुनाव में बिहार के ओसामा बिन लादेन की पूछ नहीं
पटना, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। बिहार के ओसामा बिन लादेन की इस बार लोकसभा चुनाव में कोई पूछ नहीं रह गई है। जबकि पिछले विधानसभा चुनाव तक उनकी भारी मांग थी। उन्होंने राज्य में लालू प्रसाद के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से लेकर रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) तक के लिए प्रचार किया था।
दरअसल, व्यापार से राजनीति में आए मेराज खालिद नूर की शक्ल अलकायदा के कुख्यात सरगना ओसामा बिन लादेन से मिलती है। राजनीतिक पार्टियां मुसलमानों को आकर्षित करने के लिए चुनाव प्रचार में उनका इस्तेमाल करती रही हैं। उन्हें इस बार भी उम्मीद थी कि कोई पार्टी उन्हें जरूर प्रचार के लिए आमंत्रित करेगी, लेकिन इस बार अभी तक किसी भी पार्टी ने उनसे संपर्क नहीं किया है। जबकि बिहार में 16 अप्रैल को होने वाला पहले चरण का मतदान सिर पर आ पहुंचा है।
नूर ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "इस बार लोकसभा चुनाव में मेरी मांग नहीं है। मैं अपने निजी कामों में व्यस्त हूं।"
पटना में एक स्कूल और एक हजामत की दुकान चलाने वाले नूर ने कहा कि वर्ष 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी भारी मांग थी।
लंबे कद के नूर की लंबी दाढ़ी है और वे सिर पर पगड़ी बांधने के बाद ओसमा बिन लादेन के हमशक्ल लगते हैं।
हालांकि वह स्वीकारते हैं कि लोग उन्हें इसी कारण चुनाव प्रचार के लिए पूछते हैं कि उनकी शक्ल लादेन से मिलती है। वरना न तो उन्हें अच्छा भाषण देने आता है और न राजनीति की उनकी कोई पृष्ठभूमि ही है। वह कहते हैं कि कोई भी व्यक्ति उनका असली नाम लेकर नहीं पुकारता। सभी उन्हें लादेन कह कर बुलाते हैं।
नूर के एक करीबी मित्र के अनुसार वह वर्ष 2004 में राजनीति में तब आए जब रामविलास पासवान की पार्टी से उनके विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा चली। पासवान ने उन्हें टिकट तो नहीं दिया लेकिन विभिन्न चुनावी रैलियों में प्रचार के लिए उनका खूब इस्तेमाल किया।
इसके बाद नूर सितंबर 2005 में राजद में शामिल हो गए और वर्ष 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने राजद के लिए प्रचार किया।
नूर पटना विश्वविद्यालय से वाणिज्य विषय में स्नातक हैं और उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रामीण प्रबंधन में परास्नातक की डिग्री ली है।
नूर कहते हैं, "मैं रामविलास पासवान और लालू प्रसाद के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान कई रैलियों में मंच पर उपस्थित रहा हूं। दोनों ने मेरा सम्मान किया है।"
बहरहाल, मात्र शक्ल के अलावा नूर और लादेन में कोई समानता नहीं है। वह चरमपंथी नहीं हैं। वह मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष काजी मुजाहिदुल इस्लाम के नाती हैं। जबकि उनके पिता नूर अहमद वरिष्ठ समाजवादी नेता जार्ज फर्नाडीज के करीबी सहयोगी रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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