सरकार के लिए सिरदर्द बने कसाब के साथियों के शव
मुंबई, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। मुंबई हमले के दौरान मारे गए नौ पाकिस्तानी आतंकवादियों के शव सरकार के लिए सिरदर्द बन गए हैं। सरकार इस बात को लेकर परेशान है कि इन शवों का क्या किया जाए।
एक सरकारी सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि मुंबई पुलिस हमले की सुनवाई कर रहे विशेष न्यायाधीश एम. एल. थिलियानी के समक्ष यह दिशा निर्देश लेने के लिए एक आवेदन देगी कि चार माह से रखे आतंकवादियों के शव का क्या किया जाए। हमले के दौरान बुधवार को जिंदा पकड़े गए आतंकवादी अजमल आमिर कसाब के खिलाफ सुनवाई शुरू हो गई।
एक उच्च सरकारी अधिकारी ने बताया, "विशेष सरकारी वकील उज्जवल निकम इस संबंध में आवेदन दायर करेंगे। हम उन शवों को नहीं रख सकते और दूसरी ओर मुस्लिम संगठनों ने इन्हें दफनाने से इंकार कर दिया।"
निकम ने आईएएनएस से कहा, "हमने पाकिस्तानी सरकार को इन शवों के बारे में सूचित कर दिया है। अब तक उसकी ओर से कोई जवाब नहीं आया है।"
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "लोगों की भावनाओं को देखते हुए पुलिस को इस मुद्दे को सुलझाने के लिए बहुत सतर्क रहने की जरूरत है।"
अधिकारी ने बताया कि इन शवों को जिस कक्ष में रखा गया है उसमें किसी के जाने की अनुमति नहीं है जब तक कि किसी को पुलिस मुख्यलय से इजाजत न मिली हो।
गौरतलब है कि 26 नवंबर, 2008 को मुंबई के कई महत्वपूर्ण स्थानों पर हुए आतंकवादी हमले में लगभग 175 लोग मारे गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।