टाइटलर-सज्जन की उम्मीदवारी रद
पता हो मंगलवार को सिख पत्रकार जरनैल सिंह द्वारा गृहमंत्री पी. चिदंबरम की पत्रकार वार्ता के दौरान जूता फेंककर विरोध दर्ज कराने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया।
कांग्रेस आलाकमान ने इस पूरे मामले को काफी गंभीरता से लिया और वरिष्ठ नेताओं के विचार-विमर्श के बाद टाइटलर के साथ-साथ सज्जन कुमार का भी टिकट काट दिया। इनकी जगह कांग्रेस की ओर से योगानंद शास्त्री, मंगतराम सिंघल, नरेंद्र नाथ और बलराम तंवर को उम्मीदवार बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है।
28 अप्रैल तक सुनवाई टली
टाइटलर मामले में अदालत ने 28 अप्रैल तक के लिए सुनवाई टाल दी है। सीबीआई ने अपनी दलील में कहा कि मामला हत्या से जुड़ा हुआ है और सेशन कोर्ट को इसकी सुनवाई का अधिकार है, इस अदालत को नहीं। इसके बाद अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट राकेश पंडित ने सुनवाई आगे बढ़ा दी। मामले की सुनवाई अब 28-29 अप्रैल को होगी।
चिंता
पंजाब
की
कहा
जा
रहा
है
कि
कांग्रेस
दिल्ली
की
इन
दो
लोकसभा
सीटों
को
लेकर
ही
चिंतित
नहीं
थी,
उसकी
वास्तविक
चिंता
पंजाब
की
13
सीटों
को
लेकर
थी।
कांग्रेस
के
चुनाव
प्रबंधक
मान
रहे
थे
कि
दिल्ली
में
अगर
टाइटलर
और
सज्जन
की
उम्मीदवारी
वापस
नहीं
ली
गई
तो
सिख
दंगों
की
आंच
पंजाब
के
चुनावी
नतीजों
पर
भी
असर
डालेगी।
पार्टी महासचिव द्विवेदी ने कहा कि सिख विरोधी दंगों के बहाने राजनीतिक वातावरण बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। इसे देखते हुए टाइटलर और सज्जन कुमार ने अपनी उम्मीदवारी का फैसला हाईकमान पर छोड़ दिया। सोनिया गांधी ने इनकी भावनाओं को देखते हुए निर्णय लिया है कि ये दोनों कांग्रेस के उम्मीदवार नहीं होंगे। पार्टी नए उम्मीदवारों की घोषणा जल्द कर देगी।