44 वर्षो से भारत में रह रही पाकिस्तानी महिला गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार पाकिस्तान में लाहौर की रहने वाली अमीना खातून गाजियाबाद के नाहाल इलाके में वर्ष 1965 से रह रही थी।
पुलिस ने कहा कि खातून के पिता अली हसन वर्ष 1952 में पाकिस्तान जा कर बस गए थे और वर्ष 1958 में वह अपने साथ अपनी पत्नी और बेटी खातून को भी पाकिस्तान लेकर चले गए। हसन की मौत हो जाने के बाद खातून और उसकी मां पाकिस्तानी पासपोर्ट पर तीन महीने के पर्यटक वीजा पर भारत आए थे।
खातून ने गाजियाबाद में महमूद से निकाह रचा लिया और लंबी अवधि का वीजा हासिल कर लिया। अपनी मां की मौत के बाद कानूनी दांव पेंच और पाकिस्तान वापसी से बचने के लिए उसने अपना जन्मदिन 1952 के बदले 1957 दिखाने के लिए एक फर्जी दस्तावेज तैयार कराया और उसमें अपना नाम अमीना खातून की जगह अमना खातून रख दिया।
फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब कागजात पुलिस की स्थानीय खुफिया इकाई के पास जांच के लिए पहुंचा।
पुलिस अधिकारी देवराज सिंह ने कहा, "उसने फर्जी दस्तावेज की बात स्वीकार कर ली है। उसने यह भी स्वीकार कर लिया है कि मिर्जा नामक एक दलाल ने उसकी इस काम में मदद की है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।