श्रीलंका में जारी है विश्व का सबसे बड़ा राहत अभियान
मंत्रालय के अनुसार सुरक्षा बलों ने उत्तरी हिस्से में नागरिकों के निर्धारित करीब 12 किलोमीटर के दायरे में मौजूद विद्रोहियों के सभी ठिकानों को तहस-नहस कर दिया है और अब दक्षिणी हिस्से में तलाशी अभियान जारी है।
उसके अनुसार,"नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए सुरक्षा बलों ने उन तक पहुंचने के बेहतर रास्ते ढूंढ निकाले हैं और वहां बचाव केंद्र बना दिए हैं। इनमें से कुछ बचाव केंद्र लिट्टे के ठिकानों से महज 150 मीटर से भी कम दूरी पर हैं।"
सुरक्षा बल विद्रोहियों के अवरोधक दूर करने के साथ-साथ नागरिकों को लगातार इन सुरक्षित मार्गो की जानकारी दे रहे हैं।
श्रीलंका की ओर से ये प्रयास ऐसे समय किए जा रहे हैं जब श्रीलंका को आर्थिक मदद पहुंचाने वाले देशों ने लड़ाई में फंसे एक लाख से ज्यादा लोगों की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की है।
श्रीलंका के उत्तरी हिस्से में सुरक्षा बलों और विद्रोहियों के बीच जारी भीषण लड़ाई की वजह से बने हालात पर अमेरिका, नार्वे, जापान और यूरोपीय संघ ने विचार विमर्श करते हुए मानवीय आधार पर लड़ाई पर विराम लगाने का अनुरोध किया है, ताकि वहां भोजन, पानी और दवाइयों की आपूर्ति निर्बाध ढंग से हो सके।
लिट्टे को बड़ा नुकसान पहुंचाते हुए सुरक्षा बलों ने रविवार को उसके कब्जे वाले आखिरी इलाके पुथुक्कु डियिरुप्पू पर नियंत्रण स्थापित कर दिया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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