चुनाव आयोग के 'फरमान' के विरोध में गोवा की शराब दुकानें बंद
चुनाव आयोग के आदेश के बाद राज्य आबकारी विभाग ने शराब विक्रेताओं के खिलाफ सख्ती बढ़ा दी है। आयोग चाहता है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में शराब का उपयोग मतदाताओं को लुभाने के लिए न किया जाए ।
राज्य शराब विक्रेता संघ के समन्वयक बर्नाडे सापेको ने आईएएनएस को बताया, "जब तक राज्य आबकारी विभाग और चुनाव आयोग हमारी मांगें मान नहीं लेता, हम अपना विरोध जारी रखेंगे।"
सापेको ने बताया कि चुनाव आयोग के आदेश के बाद उन्हें आबकारी विभाग को रोजाना हुई बिक्री का विस्तृत ब्यौरा देना पड़ रहा है। इससे आबकारी विभाग ने विक्रेताओं पर सख्ती बढ़ा दी है और कई मामलों में बेवजह सख्ती की जा रही है।
गोवा में शराब के लगभग 800 थोक विक्रेता हैं जबकि खुदरा विक्रेताओं की संख्या हजारों में है।
शराब विक्रेताओं पर की जा रही सख्ती को लेकर आबकारी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में विक्रेताओं के साथ आमराय बनाकर चला जा रहा है, जिसके कि राज्य में शराब की बिक्री में बहुत अधिक गिरावट नहीं आ सके।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।