इस्लामाबाद जल्द होगा कब्ज़ा में: तालिबान
मुल्लाह ने कहा कि अमेरिका द्वारा किए जा रहे द्रोन हमले ही इस युद्ध का कारण बनेंगे। साथ ही मुल्लाह ने पाकिस्तान सरकार पर यह आरोप लगाया कि वह अमेरिका को उनकी गतिविधियों के बारे में गुप्त सूचनाएं मुहैय्या कराती है। मुल्लाह ने पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) को अपना सबसे बड़ा दुश्मन बताते हुए कहा कि वह तिलबानियों को बांटने का काम कर रही है।
वहीं
दूसरी
ओर
स्वात
घाटी
में
शांति
की
बहाली
के
लिए
पाकिस्तानी
सरकार
और
तालिबान
के
बीच
हुआ
शांति
समझौता
गुरुवार
को
समाप्त
हो
गया।
इस
समझौते
के
मध्यस्थ
मौलाना
सूफी
मोहम्मद
ने
स्वात
शांति
समझौते
को
वापस
लेने
की
घोषणा
की
है।
समाचार
चैनल
जियो
टीवी
की
रिपोर्ट
में
कहा
गया,
"मौलाना
सूफी
मोहम्मद
ने
स्वात
घाटी
में
शांति
के
लिए
किए
समझौते
को
वापस
लेने
की
घोषणा
की
है।
"
मौलाना
सूफी
मोहम्मद
ने
इस
समझौते
के
लिए
उत्तर
पश्चिम
सीमांत
प्रांत
की
सरकार
और
तालिबान
के
बीच
मध्यस्थता
की
थी।
समझौते
के
तहत
तालिबान
ने
क्षेत्र
में
शरिया
कानून
लागू
किए
जाने
की
शर्त
रखी
थी
जिसे
सरकार
ने
स्वीकार
कर
लिया
था।
समझौते
के
बाद
दोनों
पक्ष
हथियार
डालने
पर
सहमत
हो
गए
थे
और
दोनों
पक्षों
की
ओर
युद्ध
विराम
की
घोषणा
की
गई
थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।