लालू, मुलायम और पासवान ने कहा, हम ही होंगे 'किंगमेकर' (लीड-1)
कथित तौर पर चौथा मोर्चा बनाने के बाद मुलायम, लालू व पासवान ने पहली बार इटावा के सैफई में गुरूवार को संयुक्त चुनावी रैली को संबोधित किया। इस मौके पर लालू, पासवान और मुलायम ने एक मंच पर आकर अपनी एकजुटता का एलान करते हुए कहा कि देश का अगला प्रधानमंत्री वही होगा जिसे वे तीनों चाहेंगे।
इन नेताओं ने कहा कि उनका गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए नहीं बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भी है।
लालू ने कहा, "उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार में सांप्रदायिक ताकतों को धूल चटाने के लिए हम तीनों भाई (मुलायम-पासवान-लालू) इकट्ठा हुए हैं। हम एक साथ मिलकर गरीब और कमजोरों की लड़ाई लड़ते रहेंगे।"
उन्होंने कहा कि हम तीनों की दोस्ती दिल्ली से लेकर लखनऊ तक तमाम लोगों को अच्छी नहीं लग रही है। वे कह रहे हैं इनके बीच दोस्ती कैसे हो गई। इस चुनाव में हम उन्हें सबक सिखा देंगे।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर निशाना साधते हुए लालू ने कहा कि राजग के सभी घटक दल बिखर गए हैं। चुनाव में उसका सूपड़ा साफ हो जाएगा। लालकृष्ण आडवाणी पर चुटकी लेते हुए लालू ने कहा कि उनकी कुंडली में प्रधानमंत्री बनना नहीं लिखा है।
पासवान ने इस मौके पर प्रदेश की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष व मुख्यमंत्री मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि खुद को दलितों की मसीहा कहने वाली मायावती सबसे बड़ी दलित विरोधी है। उन्होंने कहा कि एक समय बसपा ब्राह्मणों को जूते मारने का नारा देती थी लेकिन आज बसपा का हाथी बिना ब्राह्मण के शंख बजाए आगे नहीं बढ़ पा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बसपा का हाथी आज सामंतवादियों के खंभे से बंध गया है।
भाजपा पर निशाना साधते हुए पासवान ने कहा कि भाजपा के लोगों ने बाबरी मस्जिद यह कहकर तोड़ी थी कि इसे बाबर ने बनवाया था। उन्होंने कहा कि ये लोग कुछ बना तो सकते नहीं, केवल तोड़ ही सकते हैं।
पासवान और लालू ने मुलायम को उत्तरप्रदेश का सबसे बड़ा नेता बताते हुए जनता से सपा को वोट देने की अपील की। तीनों नेता शुक्रवार को बिहार में संयुक्त रूप से चार चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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