देश का औद्योगिक उत्पादन फरवरी में 1.2 प्रतिशत गिरा (लीड-1)
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के गुरुवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक फरवरी में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में 1.4 फीसदी की गिरावट आई जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में इसमें 9.6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
खनन संबंधी उत्पादन में 1.6 फीसदी की गिरावट आई जबकि फरवरी 2008 में इसमें आठ फीसदी की तेजी दर्ज की गई थी। बिजली उत्पादन के सूचकांक में समीक्षा अवधि में 0.7 फीसदी की तेजी दर्ज की गई जबकि गत वर्ष यह दर 9.8 फीसदी थी।
वर्ष 2008-09 के पहले 11 महीनों के दौरान संचयी सामान्य सूचकांक में 2.8 फीसदी का विस्तार दर्ज किया गया जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह दर 8.8 फीसदी थी।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2007-08 के दौरान औद्योगिक उत्पादन 8.1 फीसदी और उससे पिछले वर्ष 11.6 फीसदी थी।
बहरहाल वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कहा कि निर्यात क्षेत्र में वृद्धि के बावजूद भारत का औद्योगिक परिदृश्य अभी ठीक नहीं रहने की आशंका है।
मूडीज इकोनॉमी डॉटकॉम की अर्थशास्त्री शरमन चान ने एक बयान में कहा कि बाहरी मांग में भारी गिरावट के कारण भारत के विनिर्माताओं के लिए पहले के उत्पादन स्तर को कायम रख पाना असंभव है। फिर भी अमेरिका और यूरोप जैसे बड़े बाजारों के खराब हालत में होने के बावजूद निर्यात में किसी भी समय सुधार हो सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।