टाइटलर मामले की सुनवाई स्थगित, सिखों ने किया प्रदर्शन (लीड-2)
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने टाइटलर को क्लीन चिट देते हुए पिछले सप्ताह मामला बंद करने के लिए अदालत में रिपोर्ट दाखिल की थी।
सीबीआई ने अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट राकेश पंडित से अनुरोध किया कि उनकी अदालत के पास इस मामले की सुनवाई करने का अधिकार नहीं है क्योंकि यह हत्या से जुड़ा मामला है। हत्या से जुड़े मामले की सुनवाई सत्र न्यायालय में ही हो सकती है।
न्यायालय ने इस वर्ष के आरंभ में अमेरिका में सीबीआई द्वारा लिए गए दो गवाहों के बयानों की वीडियो सीडी की मांग की और मुकदमे की सुनवाई 28-29 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दी। न्यायाधीश ने कहा कि मामले पर कोई फैसला देने से पहले वह दोनों पक्षों की दलीलें सुनेंगे।
इधर, सीबीआई द्वारा टाइटलर को क्लीन चिट दिए जाने से नाराज सिखों ने कड़कड़डूमा अदालत परिसर के बाहर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में महिलाएं एवं बुजुर्ग भी शामिल थे।
पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास कर रही थी इसी बीच एक महिला बैरिकेड पर चढ़कर अदालत परिसर में प्रवेश कर गई।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "टाइटलर को आजीवन कारावास की सजा होनी चाहिए और यदि अदालत उन्हें मृत्युदंड की सजा सुनाती है तो उन्हें फांसी मिलनी चाहिए। हम न्याय चाहते हैं। "
हालात पर प्रतिक्रया जाहिर करते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा, "लोकसभा चुनाव में टाइटलर की उम्मीदवारी को लेकर पार्टी शीघ्र निर्णय लेगी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।