पाक से संबंधों को लेकर भारत पर दबाव नहीं डालेगा अमेरिका : हॉलब्रुक (लीड-1)
विदेश सचिव शिवशंकर मेनन से वार्ता के बाद ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रमुख माइक मुलेन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत रिचर्ड हॉलब्रुक ने कहा कि भारत-पाक संबंधों का मामला चर्चा में नहीं उठा।
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की नई अफगान-पाक नीति पर सहमति हासिल करने के लिए हॉलब्रुक और मुलेन दक्षिण एशियाई क्षेत्र के अपने पांच दिनों के दौरे के अंतिम दिन भारत में थे। इससे पहले वे दोनों अफगानिस्तान और पाकिस्तान का दौरा कर चुके हैं।
हॉलब्रुक ने कहा, "हम यहां भारतीय सरकार से कुछ करने के लिए कहने नहीं आए हैं। हम अफगान-पाक नीति के बारे में सरकार को अवगत कराने और उस पर चर्चा करने आए हैं।"
उन्होंने कहा, "क्षेत्र में भारत की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। हमारी प्राथमिकताएं समान हैं लेकिन हमारे बीच कोई समन्वय नहीं है।"
मुलेन ने कहा कि क्षेत्र में भारत एक महत्वपूर्ण नेतृत्वकर्ता है। रचनात्मक और सकारात्मक मायनों में इसकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।
मेनन से मुलाकात के बाद हॉलब्रुक और मुलेन ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम.के. नारायणन और प्रधानमंत्री के विशेष दूत एस.के.लाम्बा से भी मुलाकात की।
मुलेन ने भारतीय चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष और नौसेना प्रमुख एडमिरल सुरीश मेहता से अलग से भेंट की और समुद्री सुरक्षा से जुड़े मामलों पर चर्चा की।
हॉलब्रुक के अनुसार अफगानिस्तान में क्या होता है, यह पाकिस्तान पर निर्भर है। वे आपस में गहराई से जुड़े हैं। एक साथ मिलकर काम करना तीनों (भारत, पाकिस्तान और अमेरिका) की राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में है।
हॉलब्रुक ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की अमेरिका की कोई योजना नहीं है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।