ढाका विद्रोह के हर भगोड़े पर 710 डॉलर का ईनाम घोषित
मंगलवार को हुई एक आधिकारिक घोषणा में कहा गया है कि बीडीआर मुख्यालय में हुए नरसंहार में शामिल फरार हर जवान की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन या कानूनी एजेंसियों की मदद करने वाले व्यक्ति को ईनाम के रूप में 50,000 टका दिया जाएगा।
घोषणा में सूचना देने वाले का नाम और पहचान गुप्त रखने का वादा किया गया है।
कम वेतन और काम की खराब स्थितियों पर शिकायतों को लेकर आरंभ हुए विद्रोह में प्रतिनियुक्ति पर बीडीआर में तैनात सेना के 55 अधिकारियों सहित 80 लोगों की हत्या कर दी गई थी।
सरकार का दावा है कि 25-26 फरवरी को हुए विद्रोह का नेतृत्व बाहरी तत्वों ने किया, जो गृह युद्ध शुरू करना चाहते थे।
बीडीआर नरसंहार की जांच के लिए गठित संस्थाओं के साथ समन्वय का कार्य कर रहे वाणिज्य मंत्री फारुक खान ने कहा कि अभी भी करीब 1,800 बीडीआर विद्रोही फरार हैं लेकिन संबंधित अधिकारियों का कहना है कि यह संख्या 900 के करीब है।
अधिकारियों ने अभी भी सरकारी आदेश की अवज्ञा करके वापस नहीं लौटे बीडीआर जवानों की सूची को अंतिम रूप नहीं दिया है।
अब तक 910 बीडीआर जवानों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से 150 को विद्रोह की जांच कर रहे अपराध अन्वेषण विभाग की हिरासत में दिया गया है। अधिकांश गिरफ्तारियां सीसीटीवी कैमरे के रिकार्ड, आडियो रिकार्ड और वीडियो फुटेज के आधार पर की गईं हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।