हॉलब्रुक, मुल्लेन के साथ वार्ता में आतंकवाद का मुद्दा प्रमुख रहेगा
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के दौरे के बाद अमेरिका के विशेष दूत रिचर्ड हॉलब्रुक और ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रमुख माइक मुल्लेन भारत पहुंचे हैं और विदेश सचिव शिवशंकर मेनन तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम.के. नारायणन से भेंट करेंगे।
आतंकवाद विरोधी मामलों पर चर्चा के लिए माइक मुल्लेन नौसेन प्रमुख एडमिरल सुरीश मेहता से भी अलग से भेंट करेंगे।
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि सभी मुलाकातें बुधवार को ही संपन्न होंगी और भारतीय पक्ष विभिन्न प्रस्तुतियों के माध्यम से पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति की घोषित नई पाक-अफगान नीति के बारे में प्रतिक्रिया देना चाहेगा।
भारत की समस्या पाकिस्तान का सुरक्षा संकट है जहां आत्मघाती हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहां तालिबान प्रमुख बैतुल्ला महसूद ने पड़ोसी अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं द्वारा चालक रहित विमानों से की जा बमबारी के जवाब में हर सप्ताह दो आत्मघाती हमलों की धमकी दी है।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि हिंसा के भारत में भी फैलने का वास्तविक खतरा है। इस बात की रिपोर्ट आ रही है कि आने वाले सप्ताहों में जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ बढ़ने की आशंका है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।