धंधा नहीं, धर्म है राजनीति : शिवराज
चौहान इस मौके पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री हैं और लोकसभा का चुनाव लड़ने से डरते हैं। ऐसे व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनने का हक ही नहीं है जो जनता के बीच जाने से डरता हो।
चौहान ने कहा कि चुनाव के दौरान वोट मांगने के लिए जनता के बीच जाने से उनकी समस्याओं का पता चलता है और उसी आधार पर समस्या के निराकरण की पहल होती है। जिस व्यक्ति को जनता के दर्द का ही पता न हो, वह उसके निराकरण के लिए क्या कर सकेगा।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी द्वारा गरीबों की झोपड़ी में रात बिताने पर चौहान ने चुटकी लेते हुए कहा कि उनकी पार्टी अगर गरीबों का ख्याल रखती तो आज झोपड़ियां ही नजर नहीं आती। राहुल गांधी झोपड़ियों में जाकर गरीबी का मजाक उड़ाने में लगे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके लिए प्रदेश की जनता सवरेपरि है। इसके लिए वे कुछ भी करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, "प्रदेश में अच्छी बारिश के लिए पिछले साल मैंने सोम यज्ञ कराया था तो लोगों ने इसे अंधविश्वास करार दिया था लेकिन मुझे इसकी परवाह नहीं है। जरूरत पड़ी तो मैं खेतों में हल चलाने का भी अनुष्ठान करूंगा।"
इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, राष्ट्रीय सचिव प्रभात झा और ग्वालियर से पार्टी की उम्मीदवार यशोधरा राजे सिंधिया भी मौजूद थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।