राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ने दी महावीर जयंती की बधाई (लीड-1)
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, "महावीर जयंती के शुभ अवसर पर मैं देश के सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई देती हूं। भगवान महावीर द्वारा दिए गए प्यार, करूणा और शान्ति के संदेश हमारे आचार-व्यवहार में दृष्टिगत हों और उनका यह संदेश सम्पूर्ण मानवता की भलाई के लिए हमें अहिंसा का मार्ग अपनाने की प्रेरणा दे।"
उपराष्ट्रपति ने महावीर जयंती के पावन अवसर पर देशवासियों को दिए अपने बधाई संदेश में कहा, "मानव मात्र को पीड़ा से उबारने और आध्यात्मिक विशिष्टता के माध्यम से शांति और खुशहाली सुनिश्चित करने के लिए हमेशा भगवान महावीर की शिक्षा प्रासंगिक रहेगी।"
उन्होंने कहा, "महावीर जयंती के उल्लासपूर्ण और पावन अवसर पर मैं अपने देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं। अपने अलौकिक जीवन और उपदेशों के माध्यम से भगवान महावीर ने हमें अहिंसा, सच्चाई, शांति और सबके लिए प्यार का मार्ग दिखाया। इस अवसर पर हमें शांति को बढा़वा देने और मानवता की खुशहाली के लिए भगवान महावीर के उपदेशों का अनुसरण करना चाहिए।"
उपराष्ट्रपति ने देशवासियों का आह्वान किया कि वे भगवान महावीर के उपदेशों का अनुसरण करें ताकि समाज में शांति और भाई-चारा कायम हो।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने महावीर जयंती की बधाई देते हुए कहा कि आज की दुनिया में भगवान महावीर का शांति और अहिंसा का संदेश और अधिक प्रासंगिक हो गया है।
उन्होंने अपने संदेश में कहा, "भगवान महावीर का जीवन और दर्शन हम सभी को अपना जीवन करुणा, त्याग और अहिंसा से बिताने को प्रेरित करता है। शांति और अहिंसा का भगवान महावीर का संदेश मानवता के लिए आशा का संचार करती है और आज की दुनिया में यह और अधिक प्रासंगिक हो गया है।"
जैन दर्शन के अनुसार भगवान महावीर 24 वें र्तीथकर थे। र्तीथकर एक प्रबुद्ध आत्मा होती है जो मानव के रूप में जन्म लेती है और गहन तपस्या से पूर्णता प्राप्त करती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।