नए अमेरिकी राजदूत ने कार्यभार संभाला
बराक ओबामा प्रशासन ने भारत के लिए पूर्णकालिक राजदूत नियुक्त करने तक यह अंतरिम प्रबंध किया है। प्रशासन द्वारा राजदूत की नियुक्ति को सीनेट से मंजूरी हासिल करने की अनिवार्यता के कारण इसमें कुछ समय लगेगा। इससे पहले के राजदूत डेविड मल्फोर्ड ने मार्च में पद छोड़ दिया।
दूतावास से जारी बयान में कहा गया है कि विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन द्वारा बरलेह की राजदूत के रूप में नियुक्ति यह दर्शाती है कि अमेरिकी सरकार का जोर सर्वोच्च प्रतिनिधित्व और भारत-अमेरिका संबंधों में निरंतरता सुनिश्चित करने पर है।
अमेरिकी विदेश सेवा से अगस्त 2000 में 33 वर्ष की सेवा के बाद अवकाश ग्रहण करने वाले बरलेह संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत और उप प्रतिनिधि की भूमिका भी निभा चुके हैं।
संयुक्त राष्ट्र में नियुक्ति से पहले वह श्रीलंका और मालदीव के राजदूत थे। वह विदेश विभाग के कर्मचारी के रूप में नेपाल, बहरीन और भारत में भी काम कर चुके हैं। अंग्रेजी के अलावा वह हिंदी, बंगाली, नेपाली और सिंहली भी बोलते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।