मलेशिया के नए प्रधानमंत्री ने 2 हिंद्राफ नेताओं सहित 13 को रिहा किया
कुआलालंपुर, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। मलेशिया के नए प्रधानमंत्री नजीब तुन रजाक की मेल मिलाप की नीति के तहत प्रतिबंधित संगठन हिंदू राइट एक्शन फोर्स (हिंद्राफ)के दो नेताओं सहित 13 लोगों को कैद से रिहा कर दिया गया।
स्थानीय समाचार पत्र 'द स्टार' ने शनिवार को जानकारी दी कि गृह मंत्री सैयद अल्बर ने शुक्रवार शाम को इन लोगों की रिहाई की घोषणा करते हुए कहा कि रजाक की इच्छा 'एक मलेशिया' के विचार के अनुरूप समाज के सदस्यों को राष्ट्र निर्माण करते देखने की है।
अल्बर ने कहा कि सरकार के लिए यह अच्छी शुरुआत और सुधारों की नीति आरंभ करने के अनुरूप है।
रिहा किए गए दोनों हिंद्राफ नेताओं वी.गुनाबतिरयु और आर.केंगाधरन को नवंबर 2007 में एक विरोध रैली आयोजित करने के लिए कड़े आंतरिक सुरक्षा कानून के तहत कैद किया गया था। इनकी दो वर्ष कैद की सजा की अवधि दिसम्बर में ही पूरी हो गई थी।
इसके अतिरिक्त तीन अन्य हिंद्राफ नेता एम.मनोहरन, वसंत कुमार और पी.उदय कुमार अभी भी जेल में हैं।
वसंत कुमार और उदय कुमार जेल में अस्वस्थ हैं। उनको मधुमेह की गंभीर शिकायत है और जेल में समुचित इलाज नहीं उपलब्ध कराया जा रहा है। मधुमेह होने के बावूजद उनके खाने में मीठा मिलाया जा रहा है।
हिंद्राफ मलेशिया में 20 लाख भारतीयों के हितों के पक्ष में बोलने का दावा करता है। इनमें से अधिकांश ब्रिटिश शासन के दौरान बागानों में काम करने के लिए लाए गए तमिल थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।