बर्थडे गिफ्ट के लिए मदर टेरेसा ने नहीं करवाई हत्याएं : मेनका (लीड-2)
पहले मेनका गांधी ने वरुण पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(रासुका) लगाए जाने के विरोध में कहा कि अगर मायावती मां होतीं तो उन्हें मां का दर्द महसूस होता। इसके जवाब में मायावती ने कहा कि मदर टेरेसा भी मां नहीं थी, लेकिन सबका दर्द महसूस करती थीं। अब मेनका गांधी ने फिर पलटवार करते हुए कहा है कि मदर टेरेसा बर्थडे गिफ्ट हत्याएं नहीं करवाती थीं।
शनिवार को एटा जेल में बंद अपने बेटे और पीलीभीत से भाजपा के प्रत्याशी वरुण गांधी से मिलने गई मेनका ने संवादताताओं से बातचीत में मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि मदर टेरेसा ने कभी किसी बच्चे को बेवजह जेल नहीं डाला। मदर टेरेसा ने अपने लिए हीरे-जवाहरात और घर खरीदने के लिए कानून का इस्तेमाल नहीं किया। मदर टेरेसा ने कोटेदारों से रिश्वत नहीं ली। मदर टेरेसा ने अपने जन्मदिन पर किसी का कत्ल नहीं करवाया। मदर टेरेसा ने भरष्टाचार नहीं किया। मेनका ने मायावती को नसीहत देते हुए कहा कि वह मदर टेरेसा से कुछ सीखें।
मेनका ने कहा समाज और देश की इज्जत करना, देश को कमजोर करने वाली ताकतों के खिलाफ बोलना अगर गलत संस्कार है तो शायद ये संस्कार मायावती को भी अपनाने चाहिए। मेरे बच्चे ने कभी सांप्रदायिक राजनीति नहीं की। केवल बसपा प्रमुख सांप्रदायिक वोट पाने के लिए यह सब कर रही है। इसलिए संस्कारों के बारे में वह बात न ही करें।
मेनका ने शनिवार को एटा जेल जाकर अपने बेटे वरुण से मुलाकात पहुंची। सूत्रों के मुताबिक मेनका ने करीब 35 मिनट तक वरुण से मुलाकात की। जेल से बाहर आकर मेनका ने कहा कि वरुण ने उत्तर प्रदेश की जनता को संदेश भेजा है कि लोग हताश और निराश न हों, मैं उनके साथ हूं। राज्य सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
इससे पहले शुक्रवार को एटा जिलाधिकारी ने मेनका से फोन कर आग्रह किया था कि वह जेल में बंद वरुण से न मिलें। लेकिन देर रात जिला प्रशासन ने मेनका को वरुण से मिलने की अनुमित दे दी थी, जिसके बाद मेनका वरुण से मुलाकात करने एटा जेल गई थीं।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी(बसपा) सुप्रीमो मायावती ने भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की नेता मेनका गांधी पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह अपने बेटे वरुण गांधी के प्यार में अंधी हो गई हैं। इसलिए सिर्फ एक मां की पीड़ा की बात कर रहीं हैं, जबकि वरुण के बयान के बाद यदि दंगा हो जाता तो कई माताओं की गोद सूनी हो जाती। उन्होंने कहा कि मेनका को उनसे और पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
मेनका ने अगर वरुण को अच्छे संस्कार दिये होते तो आज वह जेल में नहीं होते।
उन्होंने कहा कि मां का दर्द समझने के लिए मां होना जरूरी नहीं है। महान समाज सेविका मदर टेरेसा का हवाला देते हुए मायावती ने कहा कि मदर टेरेसा भी तो मां नहीं थीं, फिर भी वह करोड़ों माताओं का दर्द समझ्झतीं थीं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।