वरुण मामले पर अपने कदम वापस खीचें मायावती : अरुण जेटली
लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में शनिवार को अरुण जेटली ने कहा कि मायावती सरकार ने जिस तरह से भाजपा के पीलीभीत से उम्मीदवार वरुण गांधी के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(रासुका) लगाया है वह बदले की भानवा से प्रेरित कदम है। उनके इस अनैतिक कदम से जनता में गुस्सा है।
मायावती को चेताते हुए भाजपा महासचिव ने कहा कि जल्द ही वह अपने कदम वापस ले लें नहीं तो इसके लिए उन्हें बहुत बड़ी राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि देश का इतिहास रहा है कि जिसने भी इस तरह के कदम उठाये हैं उसका भला नहीं हुआ है।
भाजपा नेता मेनका गांधी द्वारा दिए गए बयान कि अगर मायावती मां होती तो मां का दर्द समझतीं, का समर्थन करते हुए जेटली ने कहा कि मेनका ने राजनीतिक द्वेष से पूर्ण रासुका का ऐतराज किया है, जो सही है। पूरी पार्टी मेनका गांधी के साथ है।
जेटली ने कहा कि प्रदेश की जनता बसपा और समाजवादी पार्टी(सपा) की सरकारों को देखकर पूरी तरह समझ चुकी है कि इतना भ्रष्ट शासन उन्होंने कभी नहीं देखा। उन्होंने आरोप लगाया कि ये दल बिना विकास की राजनीति करते हैं। आगामी चुनाव में जनता इनका सफाया कर उत्तर प्रदेश में भाजपा को जिता कर पहले जैसी स्थिति में लाएगी।
कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों पर निशाना साधते हुए जेटली ने कहा कि कांग्रेस के सभी सहयोगी अगली सरकार का हिस्सा बनना चाहते हैं। उन्होने कहा कि लालू यादव, मुलायम सिंह और राम विलास पासवान कांग्रेस के सहयोगी तो हैं लेकिन उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में कांग्रेस को इनका सहयोग नहीं है।
जेटली ने कहा कि कांग्रेस गठबंधन बनाने में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की मदद लेती है। जब कांग्रेस को बसपा की जरूरत होती है तो बसपा के नेताओं पर सीबीआई नरम रुख अपना लेती है। जब कांग्रेस को सपा से सहयोग लेना होता है तो सीबीआई सपा नेताओं के प्रति उदार हो जाती है।
भ्रष्टाचार के मामलों में फंसी उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्य सचिव नीरा यादव को भाजपा में शामिल करने के सवाल पर जेटली ने कहा कि भाजपा में केवल उनके पति महेंद्र सिंह यादव को शामिल किया गया है। नीरा यादव को अभी तक पार्टी की सदस्यता नहीं दी गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।