बंगाल की खाड़ी में दिखीं हजारों दुर्लभ डाल्फिन
वाशिंगटन, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। वन्यजीव संरक्षण सोसायटी (डब्ल्यूसीएस) के अनुसार सुंदरबन और बंगाल की खाड़ी में हजारों दुर्लभ डाल्फिन मछलियों को देखा गया है।
डब्ल्यूसीएस के शोधकर्ताओं के अनुसार बांग्लादेश के सुंदरबन इलाके और बंगाल की खाड़ी के लगे जल क्षेत्र में जहां कम खारा पानी है,वहां हत्यारी व्हेल्स 'अरकास' से संबंधित करीब 6,000 इरावदी डाल्फिनों को देखा गया है। इस दृष्टि से यह क्षेत्र छोटी समुद्री स्तनपायी जीव से संबंधित शोध का केंद्र बन गया है।
इससे पहले के अध्ययनों में इरावदी व्हेल्स की सबसे अधिक ज्ञात संख्या सौ से भी कम पाई गई थी। इरावदी डाल्फिन से संबंधित हर खोज इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वैज्ञानिकों को यह पता नहीं है कि धरती पर कितनी इरावदी डाल्फिनें बची हैं।
इरावदी डाल्फिनों की घटती संख्या के कारण वर्ष 2008 में प्रकृति संरक्षण के अंतर्राष्ट्रीय संगठन (आईयूसीएन) की लाल सूची में इस प्रजाति को दर्ज किया गया।
डब्ल्यूसीएस के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टीवन ई.सेंडरसन ने कहा कि बांग्लादेश में इरावदी डाल्फिन की खोज से इस प्रजाति के संरक्षण की आशा बंधी है।
अध्ययन में मछुआरों के जाल में इरावदी डाल्फिनों के फंसने की बढ़ती घटनाओं के प्रति चेतावनी दी गई है। अध्ययन के निष्कर्षो की घोषणा शुक्रवार को समुद्री स्तनधारियों के संरक्षण के लिए आयोजित पहले अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के अवसर पर की गई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।