इजरायल के साथ शस्त्र सौदा बिल्कुल साफ-सुथरा : एंटनी
यह दोनों देशों के बीच सबसे बड़ा शस्त्र सौदा है। यह सौदा फरवरी महीने में किया गया था, जिसकी सार्वजनिक घोषणा मार्च महीने में की गई। वामपंथी पार्टियों ने एक प्रक्षेपास्त्र रक्षा प्रणाली की आपूर्ति के लिए अब इस सौदे में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
एंटनी ने यहां संवाददाताओं को बताया, "यह एक पुराना मुद्दा है। वर्ष 2002 में हमारी पुरानी मिसाइलों को हटाने का निर्णय लिया गया था। इस सौदे पर रक्षा मंत्रालय के विभिन्न विभागों द्वारा वर्ष 2007 से ही दो वर्षो तक चर्चा की गई थी। इसके अलावा यह एक 'प्री-इंटीग्रिटी' सौदा भी है।"
'प्री-इंटीग्रिटी' सौदे का मतलब यह कि किसी भी समय किसी भी बिंदु पर सौदे में कोई गड़बड़ी दिखाई देने पर उसे निरस्त किया जा सकता है।
एंटनी ने कहा, "इसे किसी भी समय निरस्त किया जा सकता है। यदि भावी सरकार को इसमें किसी भ्रष्टाचार की गुंजाइश लगे तो वह इसे निरस्त कर सकती है और वह इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के खिलाफ कानूनी कदम उठा सकती है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।