भाजपा घोषणा पत्र : राम मंदिर निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है पार्टी
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में रामनवमी के दिन जारी किए गए चुनावी घोषणा पत्र में कहा गया है, "भारत के लोगों और विदेशों में बसे भारतीयों की यह उत्कट इच्छा है कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण हो। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को सुगम बनाने के लिए भाजपा वार्ता और न्यायाकि प्रक्रिया समेत सभी संभावनाओं पर काम करेगी।"
घोषणा पत्र का मूल पाठ पढ़ते हुए पार्टी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "भाजपा राम मंदिर निर्माण को प्रतिबद्ध है।"
घोषणा पत्र जारी होने के अवसर पर आडवाणी से जब यह पूछा गया कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में राम मंदिर निर्माण के प्रति प्रतिबद्धता जताई है लेकिन पूर्व की तरह इसे यदि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घोषणा पत्र में नहीं शामिल किया गया तो यह जनता को मूर्ख बनाने जैसा होगा। इसके जवाब में आडवाणी ने कहा, "यह भाजपा का घोषणा पत्र है। राजग का विजन डाक्यूमेंट बाद में जारी किया जाएगा। उसे तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है। भाजपा अपने घोषणा पत्र को राजग के सभी घटक दलों को देगी और उनसे कहेगी कि उन्हें जिस विषय पर आपत्ति है वह हमें बताएं, हम उस पर विचार करेंगे।"
उन्होंने कहा, "राजग सरकार में भी राम मंदिर निर्माण को लेकर घटक दलों में चर्चा हुई थी लेकिन उनमें यह सहमति नहीं बन पाई थी कि संसद से प्रस्ताव पारित कर राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया जाए। राजग के घटक दलों में यह सहमति लरूर बनी थी कि धार्मिक गुरुओं से बातचीत या फिर अदालत के रास्ते राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है।"
घोषणा पत्र में कहा गया है कि रामसेतु को बचाने के लिए भाजपा प्रस्तावित 'सेतुसमुद्रम चैनल परियोजना' के लिए वैकल्पिक मार्ग का पता लगाएगी। पार्टी ने कहा है कि वह इसे सांस्कृतिक पर्यटन केंद्र में रूप में विकसित करना चाहती है।
पार्टी ने घोषणा पत्र में कहा है कि वह गंगा की स्वच्छता, शुद्धता और अविरल जलप्रवाह सुनिश्चित करेगी और इस बारे में सभी विधिक व प्रशासनिक उपाय भी करेगी। पार्टी ने कहा है कि गौ रक्षा को प्रोत्साहित करने और मठों व मंदिरों के प्रशासन में स्वायत्तता सुनिश्चित करने के लिए वह लिए आवश्यक कानूनी ढांचा बनाएगी।
पार्टी ने वक्फ संपत्तियों के बारे में अपने घोषणा पत्र में कहा है, "राज्यसभा के उपाध्यक्ष के. रहमान खान के नेतृत्व में गठित वक्फ संपत्तियों से संबंधित संयुक्त संसदीय समिति की सिफारिशों की भाजपा समीक्षा करेगी और मुस्लिम मजहबी नेताओं के परामर्श से वक्फ संपत्तियों पर अनाधिकृत कब्जे को दूर करने के लिए कदम उठाएगी।" पार्टी ने यह भी कहा है कि वह यदि सत्ता में आई तो उर्दू समेत सभी भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहन देगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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