कारपोरेट विज्ञापन में 35 फीसदी तक की आएगी कमी : एसोचैम
करीब 300 कंपनियों से जुड़े औद्योगिक संगठन एसोसिएशन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) ने कहा कि निजी क्षेत्र की ऐसी कंपनियों की संख्या काफी है जिसने अभी तक अपने प्रोमोशनल बजट का खुलासा नहीं किया है।
एसोचैम के अध्ययन में उपभोक्ता, घरेलू व इलेक्ट्रिक उपकरण, रियल एस्टेट, टेक्सटाइल्स, आभूषण व जेवरात और विलासिता सेक्टर से जुड़ी कंपनियों को इसमें शामिल किया गया।
एसोचैम के सचिव डी. एस. रावत ने कहा, "निजी क्षेत्र के विज्ञापन और मनोरंजन बजट में 32-35 फीसदी की गिरावट आएगी।"
औद्योगिक संगठन के मुताबिक वाहन उद्योग और दैनिक उपभोक्ता वस्तुएं बनाने वाली कंपनियों का आमतौर पर विज्ञापन बजट कुल आय का 10-12 फीसदी होता है।
बयान में कहा गया, "यद्यपि, वर्तमान स्थिति बहुत खराब है। इसलिए प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया द्वारा विज्ञापन की दर में 25-30 फीसदी की कमी करने और भारी छूट की पेशकश करने के बावजूद अधिकतर कारपोरेट कंपनियां अपने विज्ञापन बजट को सीमित करने पर तुली हुई हैं।"
रावत ने कहा कि अग्रणी दैनिक समाचार पत्रों का साप्ताहिक पुलआउट पहले विज्ञापन के लिए मोटा हुआ करता था लेकिन अब वे काफी पतले हो गए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।