अंजलि वाघमारे कसाब का मुकदमा लड़ेंगी : पाटिल (लीड-1)
शिव सेना ने वाघमारे पर इस मामले से अलग होने के लिए दबाव बनाया था। शिवेसना के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने वाघमारे के घर के बाहर सोमवार की रात प्रदर्शन किया था जिसमें से नौ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इस घटना के बाद वाघमारे ने कसाब का मुकदमा न लड़ने का फैसला किया।
पाटिल ने वाघमारे के खिलाफ शिव सेना के विरोध प्रदर्शन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
पाटिल ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि सोमवार की रात वाघमारे के घर के बाहर शिव सैनिकों के प्रदर्शन के बाद पुलिस और सरकारी अधिकारियों ने उनसे मुलाकात की थी।
पाटिल ने कहा, "सरकार वाघमारे को पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध करा रही है और उन्होंने आरोपी कसाब के मामले को लड़ने के प्रति अपनी इच्छा जाहिर की है।"
इस संदर्भ में सरकारी वकील उज्जवल निकम ने कहा कि वकील अंजलि वाघमारे के खिलाफ शिव सैनिकों का प्रदर्शन गलत था।
निकम ने कहा, "शिव सेना का इस तरह का आचरण अदालत की अवमानना का मामला बन सकता है।"
मंगलवार की सुबह भयभीत अंजलि ने वर्ली स्थित अपने घर के बाहर शिव सैनिकों द्वारा प्रदर्शन किए जाने के बारे में मुंबई पुलिस के शीर्ष अधिकारियों को सूचित किया।
दक्षिण मुंबई के शिवसेना प्रमुख अजय चौधरी की अगुवाई में 500 से अधिक शिवसैनिकों ने सोमवार रात वर्ली इलाके में स्थित अंजलि के आवास के बाहर प्रदर्शन किया था। उस समय वह अपने घर में ही थीं।
यह प्रदर्शन एक बजे रात तब जाकर समाप्त हुआ जब अंजलि ने चौधरी को लिख कर दिया कि कसाब के मुकदमे की जिम्मेदारी लेने का उन्हें अफसोस है और वह मुकदमे से खुद को अलग कर लेंगी।
बाद में वर्ली पुलिस ने नौ शिव सनिकों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि मामले में चौधरी का नाम भी वांछित है।
दूसरी ओर अंजलि ने आईएएनएस को बताया, "मैं बहुत परेशान और चिंतित हूं कि यह मामला इतने लंबे समय से इसलिए रुका हुआ है, क्योंकि आरोपी के पास कोई वकील नहीं है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।