मंदी का असर, खुदरा क्षेत्र की बिक्री वृद्धि गिरकर 11 फीसदी हुई
केपीएमजी की मंगलवार को जारी 'इंडियन रिटेल : टाइम टू चेंज लेन्स' नामक रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान परिदृश्य में खुदरा विक्रेताओं को भंडारण, कार्यशील पूंजी का प्रबंधन, क्षेत्रीयकरण, लागत का अधिकतम उपयोग और मानव संसाधन बढ़ाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों की ओर ध्यान देना चाहिए।
अध्ययन में कहा गया है कि मंदी 12 से 18 महीनों में खत्म हो जाएगी लेकिन यह सरकारी नीतियों पर निर्भर है। रिपोर्ट में सरकार से आधारभूत ढांचा और अन्य विकास गतिविधियों पर खर्च बढ़ाने को कहा गया है।
केपीएमजी के वैश्विक बाजार प्रमुख नील आस्टिन ने कहा कि वर्तमान समय में तत्काल रणनीतिक उपाय अपनाना बहुत लाभदायक नहीं होगा। इसके बजाय मुनाफे को सुरक्षित रखने के लिए भंडारण को तर्कसंगत बनाने, आपूर्ति श्रृंखला में बदलाव, संचालन एकीकृत करना, आईटी संरचना में सुधार करना चाहिए।
अध्ययन में कहा गया है कि खुदरा क्षेत्र को भी नकदी की कमी का झटका लगा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।