अंजलि बाघमारे लड़ेंगी कसाब का मुकदमा
जब विशेष न्यायाधीश एम.एल.ताहिलियानी ने कसाब को महाराष्ट्र लीगल एड की सेवाएं उपलब्ध कराने का निर्णय लिया तो इस जिम्मेदारी के लिए मात्र बाघमारे ही वहां उपस्थित मिलीं।
वाघमारे ने आईएएनएस को बताया, "चूंकि मैं वहां थी, लिहाजा मुझे यह जिम्मेदारी सौंप दी गई।"
मजेदार बात यह कि यह जिम्मेदारी 40 वर्षीय इस महिला वकील के लिए दुधारी तलवार भी साबित हो सकती है। क्योंकि वह मुंबई पुलिस के अधिकारी रमेश बाघमारे की पत्नी हैं।
मामले की सुनवाई के दौरान वह जाहिर तौर पर कसाब और मारे गए अन्य नौ आतंकियों की कार्रवाई का बचाव करेंगी।
इस बारे में जब उनसे पूछा गया तो बाघमारे ने कहा, "मैं इस मामले में व्यावहारिक बनने जा रही हूं। अगले हफ्ते शुरू हो रही मामले की सुनवाई का आप इंतजार कीजिए और उसे देखिए। इस मुद्दे पर फिलहाल मैं कुछ भी नहीं कहना चाहती। लोग मेरे प्रदर्शन का आंकलन करेंगे।"
बाघमारे ने कहा, "अभी मुझे इस मामले में दायर किए गए आरोप पत्र की प्रति नहीं मिली है। वह एक या दो दिनों के भीतर मुझे जब मिल जाएगी तो उसके बाद मैं उसे पढ़ कर अपनी योजना तैयार करूंगी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।