न्यूजीलैंड के मंत्री को भारत दौरे पर निजी हितों के संबंध में फटकार
की ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आतंरिक मामलों के मंत्री रिचर्ड वर्थ ने भारतीय छात्रों को पायलट का प्रशिक्षण देने के लिए आकर्षित करने वाली कंपनी छोड़ दी है।
इससे पहले वेलिंग्टन के 'डोमिनियन पोस्ट' समाचार पत्र ने रिपोर्ट दी थी कि पिछले महीने भारतीय व्यापार समूह के अध्यक्ष के रूप में अपने भारत दौरे में वर्थ ने एक भाषण में उड्डयन प्रशिक्षण के क्षेत्र में न्यूजीलैंड की सुविधाओं की प्रशंसा की थी।
की ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल में वर्थ और दो अन्य विधायकों को शामिल होने की मंजूरी उन्होंने इसलिए दी थी क्योंकि उनकी सत्तारूढ़ नेशनल पार्टी को विश्वास था कि हितों को लेकर कोई टकराव नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि उनको वुड के कंपनी के हिस्सेदार और निदेशक होने के बारे में जानकारी होती तो वह उनके दौरे को कभी भी मंजूरी नहीं देते।
की ने कहा कि व्यापार मंत्री टिम ग्रोसर जिन्होंने भारत के साथ मुक्त व्यापार के नियमों चर्चा की, वह भी न्यूजीलैंड एविएशन नामक कंपनी के निदेशक थे। परंतु हितों के टकराव के कारण उन्होंने पहले ही कंपनी से इस्तीफा दे दिया।
की ने कहा कि वह नहीं समझते कि वर्थ मंत्री बने रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि वर्थ ने न्यूजीलैंड एविएशन के शेयर होल्डर, भारत व्यापार समूह के चेयरमैन और न्यूजीलैंड-कोरिया व्यापार परिषद के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।