स्विस बैंक में जमा राशि को वापस लाए सरकार : आडवाणी (लीड-2)
नई दिल्ली, 29 मार्च (आईएएनएस)। स्विस बैंक में जमा भारतीयों के काले धन की राशि के हाल ही में हुए एक खुलासे और इस मामले में केंद्र सरकार के रुख को आगामी लोकसभा चुनाव में मुद्दा बनाने का एलान करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने रविवार को मांग की कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह लंदन में अगले महीने होने जा रहे जी-20 के देशों के शिखर सम्मेलन में इस मुद्दे को जोरशोर से उठाएं।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार आडवाणी ने पत्रकारोंे से बातचीत में कहा, "मैं आज यह मांग करना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री इस मुद्दे को जी-20 की बैठक में जोरदार ढंग से उठाएं। स्विस बैंक में जिन भारतीयों की संपत्ति जमा है, उसका खुलासा किया जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि हालांकि संप्रग सरकार से इस बारे में कोई कार्रवाई की अपेक्षा उन्हें नहीं है क्योंकि इस संबंध में वह अब अनिच्छा ही दर्शाती रही है क्योंकि ऐसा कदम उठाने के लिए सरकार में बैठे लोग साफ-सुथरे होने चाहिए।
इस मामले में केंद्र सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए आडवाणी ने कहा, "सरकार ने भारतीय नागरिकों द्वारा विदेशों में रखे गए अवैध धन के बारे में सूचना हासिल करने और उसे वापस भारत लाने के लिए न तो कोई प्रयास किया और न ही कोई कदम उठाए।"
उन्होंने कहा, "बताया तो यह भी जाता है कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कुछ मंत्रियों ने विदेशों के सरकारी दौरों में स्विटजरलैंड की अनेक बार यात्राएं की है।"
ऐसे गुप्त खातों को आरडीएक्स की संज्ञा देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा इसे न केवल राष्ट्रीय वित्तीय तंत्र के लिए संभावित खतरे के रूप में देखती है बल्कि वैश्विक आतंक के नेटवर्क को समर्थन और धन देने से भी जुड़ा देखती है।
उन्होंने कहा कि स्विस बैंकों में जमा अवैध धन की मात्रा चौंकाने वाली है। उन्होंने कहा कि एक विकीपीडिया के अनुसार यह राशि 25 लाख से 70 लाख करोड़ रुपए हैं।
उन्होंने कहा कि यदि हम इस राशि को वापस लाने में सफल हो जाते हैं तो इससे कर्ज में डूबे सभी किसानों के ऋण माफ किए जा सकते हैं, देशभर में विश्व स्तरीय सड़कों का निर्माण किया जा सकता है, विद्युत संकट को समाप्त किया जा सकता है, सभी घरों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जा सकती है और अन्य सार्वजनिक सुविधाएं मुहैया कराई जा सकती है।
आडवाणी ने कहा कि यदि भाजपा के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनती है तो वे इन पैसों को वापस लाने के लिए कानूनी समेत हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर जनमत को शिक्षित करने के लिए भाजपा सघन और सक्रिय अभियान चलाएगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर आग्रह करेंगे कि वे स्विस बैंक और अन्य प्राधिकरणों के अधिकारियों को लिखें कि वे विदेशों में जमा भारतीय धन के जमाखारों के नाम उजागर करें ताकि इससे हो रहे राजाकोषीय घाटे को रोका जा सके।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी इसके लिए एक टास्क फोर्स भी बनाएगी जिसमें कई क्षेत्रों के विशेषज्ञ रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि जद (यू) अध्यक्ष और राजग के कार्यकारी संयोजक शरद यादव ने पिछले दिनों इस मामले का खुलासा किया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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