जिंदगी की जंग लड़ रहे संदीप को मिला पड़ोसियों का सहारा
बुंदेलखंड के झांसी के पुलिया नंबर नौ इलाके में रहने वाला संदीप भोपाल में पढ़ा करता था। बीते दिनों उसकी अचानक तबियत बिगड़ी और वह उपचार के लिए झांसी लौट आया। उसका जब उपचार शुरू हुआ तो पता चला कि उसे हाइपोप्लास्टिक एनीमिया नामक घातक बीमारी है। इस बीमारी के चलते हड्डियों के अंदर पाए जाने वाले पदार्थ बोन मैरो को बदलना पड़ेगा। ऐसा होने पर ही संदीप वर्मा को बचाया जा सकता है। इसके लिए 10 से 12 लाख रुपये की जरूरत है।
संदीप के पिता गरीब दास वर्मा रेलवे में कर्मचारी हुआ करते थे जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। वह बताते हैं कि उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान से लेकर तमाम बड़े चिकित्सा संस्थानों में संदीप का उपचार करा चुके है लेकिन पैसे के अभाव के कारण बोन मैरो को नहीं बदलवा पा रहे है। संदीप का उपचार कराते हुए उनका मकान तो बिक ही गया है। साथ ही बेटी के विवाह के लिए जमा की गई पूंजी भी खर्च हो चुकी है। संदीप को हर सप्ताह रक्त की जरूरत पड़ती है, जिसका इंतजाम कर पाना भी उनके लिए मुश्किल हो चला है।
संदीप के परिवार की माली हालत को देखते हुए पड़ोसियों ने मदद करने की ठानी है और उन्होंने रविवार को हाथों में तख्ती बैनर और कटोरे लेकर हर किसी से भीख मांगी। ताकि आम लोगों की मदद से संदीप की जान बचाई जा सके। संदीप की मां कमला देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। वह हर किसी से अपने बेटे की जीवन रक्षा के लिए भीख मांग रही है। वह कहती हैं कि उन्हें दुनिया से कुछ नहीं चाहिए बस लोग उनके बेटे की जिंदगी बचा लें।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।