लक्ष्मी मित्तल के लिए निर्णायक होगा 2009
वार्सा, 29 मार्च (आईएएनएस)। जहां इस्पात उद्योग निराशा में डूबा हुआ है वहीं आर्सेलर-मित्तल के अध्यक्ष लक्ष्मी मित्तल के अपने इस्पात साम्राज्य में भारी फेरबदल की संभावना है।
दुनिया की सबसे बड़ी इस्पात कंपनी आर्सेलर-मित्तल के पश्चिमी यूरोप, पूर्वी यूरोप, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में कई संयंत्र हैं। पोलैंड के 70 प्रतिशत इस्पात उत्पादन पर आर्सेलर-मित्तल का कब्जा है।
वर्तमान आर्थिक मंदी ने ब्रिटेन के सबसे धनी व्यक्ति मित्तल को काफी नुकसान पहुंचाया है और केवल छह महीने के भीतर उनकी बाजार संपत्ति 65 अरब डॉलर से गिरकर 17 अरब डॉलर रह गई है। उनकी कंपनी की बैलेंस सीट पर काफी कर्ज है और यह दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है।
एक पोलिश मासिक में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार आर्सेलर-मित्तल पर 19 अरब डॉलर का कर्ज है तथा खर्चो को पूरा करने के लिए कंपनी और ऋण लेने जा रही है।
इस कठिन समय में मित्तल अपने शेयर धारकों को यह आश्वस्त करने का प्रयास कर रहे हैं वह अपनी प्रबंधकीय क्षमता से कठिन दौर से उबर जाएंगे। वह कीमतों को बढ़ाकर मुनाफा बढ़ाने की कोशिश में हैं।
परंतु जेपी मोर्गन के इस महीने के आरंभ में जारी एक विश्लेषण के अनुसार इस वर्ष इस्पात की मांग और 20 प्रतिशत की और गिरावट आएगी। इससे कीमतें बढ़ने की संभावना नहीं है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।