बांग्लादेश ने कामगारों को वापस भेजने वाले देशों से मुआवजे की मांग की
एक मंत्री के हवाले से समाचार पत्र 'डेली स्टार' ने शनिवार को कहा कि कई अधिक विकसित देशों से बड़ी संख्या में कामगारों के वापस भेजे जाने से परेशान सरकार ने कहा कि कामगारों को यदि जबरिया वापस भेजा जाता है तो संबधित देशों को हर्जाना देना चाहिए।
रेडीमेड कपड़ों के साथ श्रम शक्ति का निर्यात बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार है। परंतु वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण आय में गिरावट दर्ज की गई है।
बांग्लादेश ने कामगारों की वापस लौटती बाढ़ को रोकने के लिए वैश्विक अभियान आरंभ किया है ताकि पहले से ही कमजोर अर्थव्यवस्था पर बोझ न बढ़े।
गुरुवार को जेनेवा में प्रवासियों के मानवाधिकारों के सम्मान विषय पर चर्चा के दौरान विदेश मामलों के राज्यमंत्री हसन महमूद ने कहा कि यदि वैश्विक मंदी के कारण कामगारों को वापस लौटने के लिए बाध्य किया जाता है तो उनको मुआवजा सुनिश्चित करने के साथ ही दूसरा काम खोजने के लिए कुछ समय तक देश में रहने की अनुमति दी जाए।
शुक्रवार को कम से कम 37 कामगार मलेशिया से,45 संयुक्त अरब अमीरात से, दो सऊदी अरब से और सात अन्य देशों से वापस लौटे। इस महीने वापस लौटने वाले कामगारों की संख्या 8,000 हो गई है।
उल्लेखनीय है कि मलेशिया ने 10 मार्च को 55,000 बांग्लादेशी नागरिकों का कार्य वीजा समाप्त करते हुए नियोक्ताओं को सबसे पहले विदेशियों की छंटनी का निर्देश दिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।