'यौन शिक्षा से बढ़ेगी युवाओं में निर्णय लेने की क्षमता'
संस्था के कार्यकारी निदेशक डाक्टर सुनील मेहरा ने राजधानी के इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "यौन शिक्षा से युवाओं में निर्णय लेने की क्षमता आएगी। इसके लिए राजनीतिक ताकतों को भी मिलकर काम करना चाहिए।" उन्होंने बताया कि इसके लिए संस्था राजनीतिक दलों के साथ बातचीत कर रही है।
मुख्य रूप से हरियाणा, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक राज्यों में काम कर रही ममता ने स्वीडन के एसोसिएशन फॉर सेक्सुअलिटी एजुकेशन के साथ मिलकर 'यंग पीपुल्स हेल्थ एंड डेवलपमेंट- ए रिप्रोडक्टिव एंड सेक्सुअल हेल्थ सेंटर्ड एक्शन अप्रोच, 2003-2008' नामक एक परियोजना चलाई।
सम्मेलन के दौरान ही एचआईवी संक्रमित लोगों के साथ सीधे संवाद का एक सत्र भी आयोजित किया गया जिसमें उन्होंने अपने जीवन के अनुभव साझा किए। पटना की एचआईवी संक्रमित महिला नीलादेवी ने बताया कि एचआईवी संक्रमित पाए जाने पर किस तरह शुरुआत में उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। अब वह संस्था के साथ मिलकर पटना में लोगों को एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूक बनाने का काम कर रही हैं।
परियोजना में विभिन्न समुदायों में लोगों के ज्ञान का स्तर और इस संबंध में उनके मन की भ्रांतियां और गलतफहमियों आदि का पता लगाया गया और उसके बाद उन लोगों को शिक्षित करके और अन्य नीतियां अपनाने के बाद इस संबंध में दोबारा मापन किया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।