सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका पर दुविधा में शरीफ बंधु
सर्वोच्च न्यायालय की एक खंडपीठ सोमवार को इस मामले की सुनवाई करेगी। स्थानीय समाचार पत्र 'डॉन' ने शुक्रवार को नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के एक सूत्र के हवाले से खबर दी है, "इस मामले में याचिकाएं तैयार हैं लेकिन इन्हें दाखिल करने का फैसला बड़ी खंडपीठ के संयोजन पर निर्भर करता है। अगर खंडपीठ में अस्थायी संवैधानिक आदेश (पीसीओ) के तहत शपथ लेने वाले न्यायधीशों का बहुमत होगा तो याचिकाएं दाखिल नहीं की जाएंगी।"
गौरतलब है कि तीन नवंबर, 2007 को पाकिस्तान में आपातकाल लगाने के साथ ही तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने पीसीओ का एलान किया था। मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी समेत सर्वोच्च न्यायालय की संपूर्ण पीठ ने इस आदेश के तहत फिर से शपथ लेने से इंकार किया था।
शरीफ बंधुओं को संभवत: इस बात की आशंका है कि अगर खंडपीठ में पीसीओ के अंतर्गत शपथ लेने वाले न्यायधीशों की संख्या ज्यादा होगी तो उनका मामला कमजोर पड़ सकता है।
उल्लेखनीय है कि 25 फरवरी को सर्वोच्च न्यायालय ने शरीफ बंधुओं के चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।