नाश्ता न करने वाले बच्चों के वयस्क होने पर मोटापे का खतरा
आस्ट्रेलिया की एक स्वास्थ्य संस्था की ओर से सर्वे करने वाली क्रिस्टिन बेनेट ने कहा कि नाश्ता नहीं करने वाले बच्चों के मोटा होने की अधिक संभावना है। लंबे समय तक ऐसा करने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
उनके मुताबिक शोध ने दिखाया कि नाश्ता नहीं करने की आदत के परिणामस्वरूप सीखने की क्षमता और एकाग्रता कम होती है और पूरे दिन के लिए खराब भोजन चुनने की आदत बढ़ती है।
ऐसे बच्चे डेयरी उत्पादों, फल और सब्जियां खाना नापसंद करते हैं। यह एक अस्वास्थ्यकर जीवनशैली है। यह अपनी कार के पेट्रोल टैंक को भरे बिना चलाने जैसा है जो आवश्यकता के समय चलना बंद कर देती है।
सर्वेक्षण में शामिल 22 प्रतिशत अभिभावकों ने बताया कि उनके बच्चे प्रति सप्ताह तीन से पांच दिन नाश्ता नहीं करते और अन्य 20 प्रतिशत ने कहा कि उनके बच्चे हफ्ते में एक या दो दिन नाश्ता नहीं करते।
बेनेट ने कहा कि अभिभावकों को बच्चों को नाश्ता करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। रात में कुछ साधारण नाश्ता फ्रिज में रख देने से सुबह की जल्दबाजी से बचा जा सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।