भारत ने 'ग्रीन लेबल' संरक्षणवाद के खिलाफ चेतावनी दी
अरुण कुमार
वाशिंगटन, 25 मार्च (आईएएनएस)। भारत ने 'ग्रीन लेबल' के तहत विकसित देशों के संरक्षणवाद के प्रयासों के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा है कि इससे जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए निष्पक्ष और समान व्यवस्था तैयार करने के प्रयास जटिल होंगे। भारत ने अमेरिका से जलवायु परिवर्तन की निष्पक्ष और समान व्यवस्था के निर्माण का नेतृत्व करने को भी कहा।
जलवायु परिवर्तन पर प्रधानमंत्री के विशेष दूत श्याम सरन ने मंगलवार को कहा कि जलवायु परिवर्तन के मुद्दे से निपटने के लिए सामूहिक वैश्विक प्रयासों की जरूरत है। इसे बराबरी के मुद्दे से नहीं जोड़ना चाहिए।
वाशिंगटन स्थित कार्नेगी इंडोवमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में एक प्रश्न के उत्तर में सरन ने कहा कि इसमें व्यापार या औद्योगिक प्रतिस्पर्धा को लाने से निष्पक्ष और समान वैश्विक कानून बनाने के प्रयासों में जटिलता बढ़ेगी।
सरन ने कहा कि ग्रीन लेबल के तहत संरक्षणवाद का दरवाजा नहीं खोलना चाहिए। यह एक बहुत नकारात्मक घटनाक्रम होगा।
उन्होंने कहा कि भारत की प्रमुख रूचि संयुक्त राष्ट्र के दायरे में इस वर्ष दिसम्बर में कोपेनहेगेन में होने वाले 15 वें जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि विकसित देश पर्याप्त मात्रा में ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कटौती के लक्ष्य पर सहमत हो जाएंगे तथा एक निष्पक्ष और समान व्यवस्था के तहत विकासशील देशों को वित्तीय और तकनीकी सहायता देकर उनके स्थाई विकास में सहायक बनेंगे।
सरन ने कहा कि निश्चय ही अमेरिका इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने वाला एक महत्वपूर्ण घटक है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।