प्रचंड ने भावी संविधान का संकल्पना पत्र पेश किया
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार सत्तारूढ़ यूनीफाइड कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी) (यूसीपीएन-एम) द्वारा तैयार किए गए इस संकल्पना पत्र में केंद्र में एक कार्यकारी राष्ट्रपति और राज्यों में गवर्नर और मुख्यमंत्रियों का प्रस्ताव किया गया है। यह जानकारी नेशनल न्यूज एजेंसी आरएसएस ने दी। यह पत्र संविधान सभा की संविधान समिति को सौंप दिया गया है।
समाचार समिति आरएसएस के अनुसार प्रचंड ने कहा है कि यूएनसीपीएन-एम बहुदलीय लोकतंत्र, कानून का शासन, जनता की सर्वोच्चता, मौलिक अधिकारों, प्रेस की आजादी, मानवाधिकार और संघवाद को संविधान में बुनियादी माना है। उन्होंने कहा कि यह पार्टी की रणनीति या चाल नहीं बल्कि विचारधारा और राजनीतिक प्रतिबद्धता है।
उन्होंने कहा कि संविधान को सामंतवाद और विस्तारवाद का उन्मूलन करना चाहिए तथा राष्ट्रीय एकता, अखंडता और संप्रभुता की गारंटी देनी चाहिए। प्रचंड ने कहा कि उनकी पार्टी किसी किस्म की निरंकुशता बर्दाश्त नहीं करेगी।
प्रचंड ने कहा कि संकल्पना पत्र कोई कड़ा दस्तावेज नहीं है, विचार-विमर्श के बाद इसमें संशोधन हो सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।