प्रधानमंत्री कार्यालय के बजाए 10 जनपथ बना सत्ता का केंद्र : आडवाणी (लीड-1)
मथुरा, 24 मार्च (आईएएनएस)। मथुरा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) द्वारा आयोजित पहली संयुक्त रैली को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस केनेतृत्ववाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में प्रधानमंत्री कार्यालय का महत्व ही नहीं रहा और 10 जनपथ (कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का आवास) सत्ता का मुख्य केंद्र बन गया।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला बोलते हुए आडवाणी ने कहा कि दुनिया के किसी भी अन्य देश में ऐसा नहीं होता। उन्होंने कहा कि यह मनमोहन की नहीं सोनिया की सरकार है। प्रधानमंत्री किसी भी निर्णय पर अमल से पहले 10 जनपथ की अनुमति लेते हैं।
आडवाणी ने कहा कि मनमोहन सिंह देश के अब तक के सबसे कमजोर प्रधानमंत्री साबित हुए हैं। देश को ताकतवर बनाने के लिए उन्होंने मजबूत प्रधानमंत्री की आवश्यकता पर बल दिया।
अपनी पिछली कानपुर रैली में उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ नरम रवैया अपनाने वाले आडवाणी ने उन पर भी हमला बोलते हुए उनको भ्रष्ट और बेईमान करार दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश यदि राष्ट्र होता तो आबादी की दृष्टि से दुनिया का छठा सबसे बड़ा देश होता। "ऐसे प्रदेश की हालत मायावती ने क्या बना दी है?"
आडवाणी ने कहा कि भ्रष्टाचार, बेईमानी और अपराधीकरण इस सरकार की जड़ में समा गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र में यदि कमजोर सरकार होगी तो राज्यों में वैसे ही हालात हो जाएंगे जैसे उत्तर प्रदेश में हैं।
लोकसभा चुनाव में भाजपा और रालोद से गठबंधन किया है और मथुरा से रालोद अध्यक्ष अजीत सिंह के पुत्र जयंत चौधरी उम्मीदवार हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।