पुलिस का सौम्या और जिगिशा की हत्याओं की गुत्थी सुलझाने का दावा (लीड-1)
जिगिशा का शव गत शुक्रवार को बरामद किया गया था जबकि सौम्या की गत 30 सितंबर को हत्या कर दी गई थी। हत्या में प्रयुक्त हथियार और वाहन बरामद करने का दावा करते हुए पुलिस ने कहा है कि उसके पास दोषियों के खिलाफ 'पर्याप्त सबूत' हैं।
पुलिस के अनुसार जांच से इस बात का खुलासा हुआ कि दोनों हत्याएं समान तरीके से की गई हैं। इससे यह यकीन हुआ कि दोनों ही हत्याओं के पीछे एक ही गिरोह का हाथ है।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने बताया,"कत्ल की दोनों गुत्थियां सुलझ गई हैं। आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हमने कत्ल में इस्तेमाल किए गए हथियार और वाहन भी जब्त कर लिए हैं। उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने के लिए हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं।"
गिरफ्तार किए गए चारों व्यक्तियों की शिनाख्त रवि, बलजीत, अजय और अजय के रूप में की गई है। दक्षिण दिल्ली में वारदात करने वाले इस गिरोह का पांचवां सदस्य अभी तक फरार बताया गया है। रवि ने छेड़छाड़ या चोरी के प्रयास के बाद कथित तौर पर सौम्या पर गोली चलाई।
सौम्या (25वर्ष)गत 30 सितंबर को तड़के करीब 3.30 बजे दक्षिण दिल्ली के वसंत कुंज क्षेत्र में अपनी कार में मृत पाई गई थी।
जिगिशा घोष(28 वर्ष)मंगलवार को नोएडा स्थित अपने कार्यालय गई थी और लौटकर नहीं आई। शुक्रवार रात फरीदाबाद पुलिस ने उसका शव सूरजकुंड से तीन किलोमीटर की दूरी पर बरामद किया।
पुलिस ने बताया कि हमलावरों ने घोष के एटीएम कार्ड के माध्यम से उसके खाते से 77000 रुपये निकलवाए और सरोजनी नगर बाजार में कुछ खरीददारी भी की।
सौम्या के पिता एम. के. विश्वनाथन ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा, "मैं बहुत खुश हूं। मामले की छानबीन के तरीके से मैं संतुष्ट हूं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*