वरुण ने कहा, बेगुनाही साबित करने का मौका तक नहीं दिया गया (लीड-1)
वरुण गांधी ने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से पेश होकर या वकील के माध्यम से अपनी बेगुनाही साबित करने का मौका तक नहीं दिया गया।
भड़काऊ भाषण देने का दोषी ठहराए जाने के एक दिन बाद आयोग को भेजे अपने जवाब में वरुण ने कहा, "हैरानी की बात यह है कि इतनी कड़ी कार्रवाई करने के पहले सच्चाई की तह तक जाने की कोशिश नहीं की गई।"
निर्वाचन आयोग की ओर से कहा गया कि वरुण के दो भाषणों में एक समुदाय विशेष के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक बातें कही गई हैं और उसमें बेहद भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल किया गया है।
आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि भाजपा या किसी भी अन्य राजनीतिक पार्टी द्वारा उन्हें इस चुनाव मेंउम्मीदवार बनाए जाने को हिंसा भड़काने और भारतीय नागरिकों के बीच शत्रुता और घृणा फैलाने और देश के सामाजिक, लोकतांत्रिक तथा बहुलतावादी स्वरूप को नष्ट करने की अक्षम्य कार्रवाई के रूप में देखा जाएगा।
गांधी ने अपने जवाब में कहा, "चुनाव आयोग का यह आदेश पिछली रात को 11 बजे मुझे प्राप्त हुआ। इसके पहले इसे मीडिया के कुछ वर्गो को दिया जा चुका था। ऐसे में आयोग द्वारा दिखाई गई इस जल्दबाजी पर निराशा जाहिर करने के अलावा मैं और कुछ भी नहीं कर सकता। आयोग ने मेरे बारे में अपनी राय बनाने के पहले मुझे अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।