आईपीएल को लेकर जल्दबाजी में थी बीसीसीआई : चिदंबरम (लीड-2)
उन्होंने आरोप लगाया कि बोर्ड ने इस मामले में सुरक्षा के मसले पर दोहरा रवैया अपनाया और कहा कि अभी इस ट्वेंटी20 प्रतियोगिता के नए कार्यक्रम के बारे में अंतिम निर्णय लिया जाना शेष था।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए चिदंबरम मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव अरुण जेटली पर भी जमकर बरसे।
चिदंबरम ने कहा, "17 मार्च को गृह मंत्रालय को एक और संशोधित कार्यक्रम दिया गया। इसमें कहा गया था कि उनके मुताबिक उल्लिखित राज्यों के पुलिस प्रमुख इस कार्यक्रम के मुताबिक आईपीएल मैच कराने के लिए तैयार हैं। उसी दिन हमने यह कार्यक्रम राज्यों को भेज दिया था ताकि वे जल्द से जल्द अपने विचार इस पर प्रकट करें।"
उन्होंने कहा कि अब तक केवल तीन राज्यों आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ ने लिखित रूप से आईपीएल की नई तिथियों पर सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही है जबकि शेष के जवाब का अभी भी इंतजार है।
बीसीसीआई के प्रमुख शशांक मनोहर ने कहा था कि केंद्र सरकार, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश सरकारों के रवैये के कारण आयोजकों को सुरक्षा कारणों से प्रतियोगिता देश के बाहर ले जानी पड़ी।
उन्होंने कहा कि अगर मनोहर ने केंद्र सरकार का उल्लेख किया है तो ऐसी टिप्पणियां एकदम अनुचित हैं और अगर उन्होंने राज्य सरकारों का जिक्र किया है तो मैं उन्हें याद दिलाना चाहूंगा कि कानून व्यवस्था और सुरक्षा मुहैया कराना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और हमें उसके निर्णय का सम्मान करना चाहिए।
आईपीएल को सुरक्षा मुहैया न करवा पाने को राष्ट्रीय शर्म का विषय बताने वाले नरेंद्र मोदी के बयान पर चिदंबरम ने कहा कि वर्ष 2002 में गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगे राष्ट्रीय शर्म का विषय थे।
चिदंबरम ने कहा, "राष्ट्रीय शर्म क्या है? देश में अधिकांश लोग सोचते हैं कि गुजरात में वर्ष 2002 में हुए सांप्रदायिक दंगे राष्ट्रीय शर्म का विषय थे।"
भाजपा नेता अरुण जेटली द्वारा यह कहे जाने पर कि आईपीएल का बाहर आयोजन किए जाने से यह दुनिया भर में यह नकारात्मक संदेश जाएगा कि हम अपने देश में एक खेल प्रतियोगिता तक कराने में असफल रहे।
चिदंबरम ने कहा, "मुझे पता है कि जेटली को बढ़चढ़ कर बोलने की आदत है लेकिन चूंकि वे दिल्ली जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के अध्यक्ष हैं इसलिए इस बार वे कुछ ज्यादा बोल गए।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।