बिछियन है खौफ के साए में
सतना, 23 मार्च (आईएएनएस)। चेहरा झुर्रियों में बदल चुका है मगर आंखों में खौफ साफ पढ़ा जा सकता है। साठ बरस की उमर पार कर चुके राम सजीवन गौड अपने गांव बिछियन में बुधवार की रात खेले गए खौफनाक मंजर को अब तक नहीं भूले हैं और उन्हें आने वाले समय में फिर किसी अनहोनी की आशंका सताए जा रही है।
सुंदर पटेल गिरोह ने बिछियन गांव में धावा बोलकर बीते बुधवार को 12 लोगों को जिंदा जला दिया था। इस घटना के बाद प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एस़ क़े राउत दौरा कर चुके हैं और लोगों को भरोसा दिलाने की कोशिश की है कि आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके बावजूद बिछियन गांव पूरी तरह खौफ के साए में है।
गांव के बुजुर्ग राम सजीवन गौड बुधवार की रात को याद कर सिहर उठते हैं। उनकी आंखों में दहशत को आसानी से पढ़ा जा सकता है। राम सजीवन गांव में आने वाले हर व्यक्ति को न केवल घूरते हैं बल्कि उसके बारे में यह जानने की भी कोशिश करते हैं कि कहीं आया हुआ व्यक्ति भी तो सुन्दर पटेल की तरह कोई शैतान तो नहीं है।
वे कहते हैं कि उन्होंने न तो ऐसी घटना आज तक देखी है और न ही सुनी है। अब तो उनका दिल ही इस गांव में नहीं लगता है। राम सजीवन ही नहीं कई और लोग भी है जो बिछियन गांव में डरे सहमे हुए हैं। उन्हें आने वाले समय में अनहोनी की आशंका बनी हुई है।
वहीं दूसरी ओर पुलिस अब तक सुन्दर पटेल गिरोह का पता नहीं लगा पाई है। रीवा क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक ए़ क़े सोनी ने आईएएनएस को बताया कि पुलिस के 10 दल बीहड़ों में गश्त कर रहे हैं, मगर सुंदर पटेल गिरोह का कहीं पता नहीं चल पाया है। बिछियन गांव के लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।